मिट्टी तो तूने फेंकी है
संता और बंता जंगल में थे तभी सामने से शेर आ गया।
संता ने जल्दी से शेर के मुंह पर मिट्टी फेंक दी और भागने लगा और बंता को भी भागने के लिए कहने लगा।
बंता- मैं क्यों भागू, मिट्टी तो तूने फेंकी है।
संता और बंता जंगल में थे तभी सामने से शेर आ गया।
संता ने जल्दी से शेर के मुंह पर मिट्टी फेंक दी और भागने लगा और बंता को भी भागने के लिए कहने लगा।
बंता- मैं क्यों भागू, मिट्टी तो तूने फेंकी है।
संता दिल्ली से मेरठ जा रहा था अचानक संता बोलता है- जल्दी चलो नहीं तो हमें कच्चे रास्ते से जाना पड़ेगा।
ड्राइवर- क्यों..
संता- अरे बेवकूफ पढ़ा नहीं, ये सड़क तो हरिद्वार जाने वाली है, पता नहीं कब चली जाये।
दोहरी खुशी !!
संता बंता से कहता है संता- गर्मी में मुझे दोहरी खुशी होती है।
बंता-वो कैसे??
संता-1.अपनी पत्नी मायके चली जाती है
2.मोहल्ले की पुरानी सहेलियां मायके आ जाती हैं।
बंता (संता से)- मेरी टी शर्ट उल्टी करके प्रेस कर देना।
एक दिन बाद..
बंता- मेरी टी शर्ट प्रेस हो गयी?
संता- यार प्रेस कैसे करता, कोशिश तो बहुत की लेकिन उल्टी आ ही नहीं रही है।
संता (बंता से)- मेरी बकरी ने अंडा दिया है।
बंता (संता से)- बकरी कैसे अंडा दे सकती है।
संता- अबे गधे मैंने अपनी मुर्गी का नाम बकरी रखा है।
संता (बंता से)- मेरे दादा ने 1947 की जंग में दुश्मन की टांग काट दी थी।
बंता (संता से)- गर्दन क्यों नहीं काटी..
संता- वो पहले से ही कटी पड़ी थी।