कौन सा व्रत रखूं?
महिला (पंडित जी से)- घर की सुख शान्ति के लिए कौन सा व्रत रखूं?
पंडित जी- मौन व्रत
In the life of a common man, things are never serious. Starting from birth until the common man dies, everything remains so so common that you can make fun of almost everything. Some of such jokes can be found here.
महिला (पंडित जी से)- घर की सुख शान्ति के लिए कौन सा व्रत रखूं?
पंडित जी- मौन व्रत
नरेश (वकील से)- मेरी वसीयत लिख दो, मैं मरने के बाद अपना सब कुछ यतीम खाने को देना चाहता हूं।
वकील- बहुत बढि़या खयाल है आपका। बताइये, क्या-क्या है आपके पास?
नरेश- एक बीवी और दो बच्चे!
राम (श्याम से)- यार, बताओ तुम्हें कैसी बीवी चाहिए।
श्याम (राम से)- बिल्कुल चांद जैसी, जो रात को आए और सुबह तक चली जाए।
एक आदमी और एक खूबसूरत महिला रेलवे स्टेशन के वेटिंग रूम में बैठे थे।
आदमी सिगार पर सिगार पिए जा रहा था जिससे महिला को परेशानी हो रही थी।
महिला ने नाराज होते हुए कहा- अगर तुम मेरे पति होते तो मैं तुम्हारे इस सिगार में जहर भर देती !
आदमी ने शांत भाव से उत्तर दिया अगर तुम मेरी पत्नी होती तो मैं उसे खुशी से पी जाता !!!
प्रेमी (प्रेमिका से)- मैं तुम्हारी चिट्ठियों पर लगे डाक टिकटों को चूमना नहीं भूलता क्योंकि उनमें तुम्हारे होंठों का स्पर्श शामिल रहता है।
प्रेमिका (प्रेमी से)- ओह, लेकिन डाक टिकटों को चिपकाने का काम तो मेरी बूढ़ी नौकरानी किया करती है।
शेर शेरनी का चुम्बन लेने लगा तो शेरनी ने रोक दिया और इधर-उधर देखने लगी।
शेर- क्या हुआ ?
शेरनी- देख रही हूं कहीं आसपास डिस्कवरी वाले तो नहीं हैं.. !!!