दो-चार पत्थर नहीं खा सकती
सास (बहु से)- भगवान ने तुझे दो आंखे दी है, चावल में से पत्थर नहीं निकाल सकती।
बहु (सास से)- भगवान ने आपको भी तो 32 दांत दिए हैं, दो-चार पत्थर नहीं खा सकती।
In the life of a common man, things are never serious. Starting from birth until the common man dies, everything remains so so common that you can make fun of almost everything. Some of such jokes can be found here.
सास (बहु से)- भगवान ने तुझे दो आंखे दी है, चावल में से पत्थर नहीं निकाल सकती।
बहु (सास से)- भगवान ने आपको भी तो 32 दांत दिए हैं, दो-चार पत्थर नहीं खा सकती।
शराबी एक पैर फुटपाथ और दूसरा सड़क पर रखकर चल रहा था।
पुलिस (शराबी से)- क्यों बे, कितनी पी है तूने?
शराबी (पुलिस से)- याद दिलाने का शुक्रिया माई बाप। मैं तो समझा था कि मैं लंगड़ा हो गया हूं।
प्रेमिका (प्रेमी से)- जब हमारी शादी हो जायेगी तो मैं तुम्हारी-सारी चिंतायें और कष्ट बांट लूंगी।
प्रेमी (प्रेमिका से)-मुझे तुमसे यही उम्मीद है, लेकिन मेरी जिंदगी में कोई चिंता या कष्ट नहीं है।
प्रेमिका - वो तो इसलिये क्योंकि अब तक हमारी शादी नहीं हुई है।
मीना (मोनिका से) - मेरा कुत्ता बहुत बुद्धिमान है। सुबह-सुबह मेरे लिए अखबार दबा कर लाता है।
मोनिका (मीना से) - हां, पता है।
मीना - तुम्हें कैसे पता?
मोनिका - मेरे कुत्ते ने मुझे बताया।
सास (बहू से)- देखो बेटी, लज्जा स्त्री का गहना होता है। इस बात को हमेशा याद रखना।
बहू (सास से)- मां जी, आजकल इस गुंडागर्दी के जमाने में गहना पहनता कौन है।
चिन्टू (मामा से)- मुझे 200 रु. दे दो।
मामा (चिन्टू से)- अरे! तुझे रु. की नहीं अक्ल की जरूरत है।
चिन्टू- मगर मैं आपसे वही चीज तो मागूंगा, जो आपके पास हैं।