क्यों नहीं बोलता कि हुक्का है
संता- बंता, मैं जो कविता अब सुनाने जा रहा हूं उसका शीर्षक है आग, पानी और धुआँ।
बंता- तो एक शब्द में क्यों नहीं बोलता कि हुक्का है।

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