प्याज पर फिल्मी डायलॉग
बढ़ती प्याज की कीमतों के हिसाब से जल्दी ही फिल्मों के डायलॉग इस प्रकार के होंगे!

मेरे करण अर्जुन आयेंगे;

और दो किलो प्याज लायेंगे. . .


ये ढाई किलो के प्याज जब आदमी लेता है ना;

तो आदमी उठता नहीं उठ जाता है. . .


मेरे पास बंगला है गाडी है बैंक बैलेंस है रुपया है पैसा है, तुम्हारे पास क्या है?

मेरे पास प्याज है. . .


जिनके घर प्याज के सलाद होते हैं;

वो बत्ती बुझा कर खाना खाते हैं. . .


चिनॉय सेठ, प्याज बच्चों के खेलने की चीज नहीं होती;

कट जाए तो खून निकल आता है. . .


मैं आज भी फेंके हुए पैसे नहीं उठाता;

प्याज हो तो अलग बात है. . .


लगता है सब्जी मंडी में नए आये हो साहेब;

सारा शहर मुझे प्याज के नाम से जानता है. . .


11 राज्यों की सरकार मुझे ढूंढ़ रही है;

पर प्याज को खरीदना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन है. . .


ये प्याज मुझे दे-दे ठाकुर . . .


तुम्हें चारों तरफ से पुलिस ने घेर लिया है;

अपनी सारी प्याज कानून के हवाले कर दो. . . .

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