औरतों को देखने का समय!
लेडी डॉक्टर (गुस्से से)- तुम रोज सुबह अस्पताल के बाहर खड़े होकर औरतों को क्यों घूरते हो?
मोहन (डॉक्टर से)- मैडम, अस्पताल के बाहर ही तो लिखा है- औरतों को देखने का समय सुबह 9 बजे से 11 बजे तक।
All jokes on the interplay of doctors and patients.
लेडी डॉक्टर (गुस्से से)- तुम रोज सुबह अस्पताल के बाहर खड़े होकर औरतों को क्यों घूरते हो?
मोहन (डॉक्टर से)- मैडम, अस्पताल के बाहर ही तो लिखा है- औरतों को देखने का समय सुबह 9 बजे से 11 बजे तक।
मंजीत (डॉक्टर से)- डॉक्टर साहब, मुझे एक समस्या है।
डॉक्टर (मंजीत से)- क्या?
मंजीत- मुझे बात करते वक्त आदमी दिखाई नहीं देता।
डॉक्टर- ऐसा कब होता है?
मंजीत- जब-जब मैं फोन पर बात करता हूं।
मरीज (डॉक्टर से)- मुझे अपनी आंखों के सामने धब्बे से दिखाई देते हैं।
डॉक्टर (मरीज से)- क्या नए चश्मे से कोई फायदा नहीं हुआ?
मरीज- हां हुआ है न, अब वो धब्बे ज्यादा साफ दिखाई देते हैं।
पप्पू की टांग नीली हो गयी।
डॉक्टर (पप्पू से)- जहर है काटनी पड़ेगी।
टांग काटकर नकली लगा दी गयी।
2 दिन बाद नकली टांग भी नीली पड़ गयी।
डॉक्टर- अब बीमारी समझ आयी, जींस रंग छोड़ती है।
डॉक्टर (रीता से)- बच्चे को पानी देने से पहले उबाल लो।
रीता (डॉक्टर से)- लेकिन डॉक्टर उबालने से बच्चा मर तो नहीं जाएगा?
डॉक्टर- अरे, मैं बच्चे को उबालने की नहीं पानी उबालने की बात कर रहा हूं।
डॉक्टर (रोगी से)- आपका स्वास्थ्य बिल्कुल ठीक है आप कम से कम 80 वर्ष तक जियेंगे।
रोगी (डॉक्टर से)- लेकिन डाक्टर साहब मेरी उम्र 80 वर्ष हो चुकी है।
डॉक्टर- देखिये मैंने आपसे सच कहा था न!