रेत है साबजी
एक दिन संतासिंह अपनी मोटरसाइकिल पर पाकिस्तान से हिंदुस्तान आते समय बॉर्डर पर पकड़ा गया। उसने अपने कंधे पर एक बड़ा सा बैग लटका रखा था।
दरोगा बंतासिंह ने कड़ककर पूछा - इस बैग में क्या है?
संता सिंह ने नम्रतापूर्वक जवाब दिया - रेत है साबजी।
परन्तु दरोगा बंतासिंह को जवाब से संतोष नहीं हुआ। उसने सिपाहियों को बैग की तलाशी लेने का आदेश दिया। बैग में सचमुच रेत के अलावा कुछ नहीं निकला। मजबूरन दरोगा को उसे छोड़ना पड़ा।