पैर ऊपर और सिर नीचे रखना
एक दिन संता को फांसी लगने वाली थी। जेलर ने पूछा कोई आखिरी ख्वाहिश।
संता- मुझे फांसी देते वक्त मेरे पैर ऊपर और सिर नीचे रखना।
एक दिन संता को फांसी लगने वाली थी। जेलर ने पूछा कोई आखिरी ख्वाहिश।
संता- मुझे फांसी देते वक्त मेरे पैर ऊपर और सिर नीचे रखना।
संता (बंता से)- अंग्रेजों ने चांद पर पानी और बर्फ की खोज कर ली है।
बंता (संता से)- तो हमें अब सिर्फ दारु और नमकीन लेकर जाना है।
संता (बंता से)- इंपोसिबल शब्द मेरी डिक्शनरी में नहीं है।
बंता (संता से)- अरे यार, अब बता के क्या फायदा। डिक्शनरी लेते समय चैक कर लेना था ना।
संता, बंता और उनका एक मित्र बाइक से जा रहे थे, तभी ट्रैफिक पुलिसवाले ने उन्हें रोकने के लिए हाथ दिया।
संता- ओए पागल है क्या? पहले ही 3 बैठे हैं, तू कहा बैठेगा..
फोटो बदलेगी
संता ने बतां से कहा
संता- अगर लड़की मेकअप करके, सजधज कर और नए कपड़े पहनकर किसी शादी, पार्टी या फंक्शन में जा रही हो, तो समझ लें कि..
बंता-कि क्या???
संता-कि अगले ही दिन या तो फेसबुक पर उसकी प्रोफाइल फोटो बदलेगी, या फिर रिलेशनशिप स्टेटस।
संता-बंता ने हिंदी का होम वर्क नहीं किया था, हिंदी के अध्यापक ने उन दोनों को पेड़ पर उल्टा लटकने की सजा दी।
थोड़ी देर लटकने के बाद संता नीचे गिर गया।
अध्यापक- थक गये क्या?
संता- नहीं पक गया!