पलट लो कुछ बन जाओगे
एक बार संता को रास्ते में पत्थर मिला उस पर लिखा था- पत्थर को पलट लो कुछ बन जाओगे।
जैसे ही उसने पलटा, दूसरी तरफ लिखा था बेवकूफ बन गया।
एक बार संता को रास्ते में पत्थर मिला उस पर लिखा था- पत्थर को पलट लो कुछ बन जाओगे।
जैसे ही उसने पलटा, दूसरी तरफ लिखा था बेवकूफ बन गया।
संता ने एक लड़की से पूछा..
संता-तुम चाइनीज जैसी क्यों दिखती हो...
लड़की-मेरे डैड चायनीज थे...
संता-वे कहां हैं...
लड़की- मर गए...
संता- ओहो! आखिर चाइना का माल था, चलता भी कितना..!!!
संता (बंता से)- यार अच्छा हुआ मैं इंडिया में पैदा हुआ अमेरिका में नहीं।
बंता- क्यों अमेरिका में होता तो क्या होता?
संता- तू भी न बस.. यार मुझे इंग्लिश कहां आती है।
संता बुदबुदाते हुए समाजशास्त्र के प्रश्न पत्र को हल कर रहा था, भारत में हर तीन मिनट बाद एक औरत एक बच्चे को जन्म देती है। आने वाली भयावह स्थिति पर किस प्रकार नियंत्रण पाया जा सकता है?
बंता पीछे से कहता है, पहले उस औरत को तलाश करना चाहिए।
संता मैंने आपकी दुकान से मुर्गी दाना खरीदा था।
दुकानदार- तो क्या उसमें कोई खराबी निकली।
संता- महीना हो गया मुझे खेत में बोये अब तक मुर्गी नहीं उगी।
पति- इस जीवन से मैं तंग आ गया हूं! हे प्रभु मुझे उठा ले।
पत्नी - नहीं भगवान, मेरे पति से पहले मुझे उठा ले।
पति- हे प्रभु, मैं अब अपनी मर्जी को वापस लेता हूं, तू इसकी ही सुन ले।