मल्टीप्लेक्स में फिल्म देख रहा है
भिखारी (शर्मा जी से)- साहब मैं अपने परिवार से बिछड़ गया हूं। मिलने के लिए 150 रुपये चाहिए।
शर्मा जी (भिखारी से) - कहां है तेरा परिवार..
भिखारी- जी वो मल्टीप्लेक्स में फिल्म देख रहा है।
भिखारी (शर्मा जी से)- साहब मैं अपने परिवार से बिछड़ गया हूं। मिलने के लिए 150 रुपये चाहिए।
शर्मा जी (भिखारी से) - कहां है तेरा परिवार..
भिखारी- जी वो मल्टीप्लेक्स में फिल्म देख रहा है।
गांव के एक सरपंच ने वाटर सप्लाई के अफसर से शिकायत की कि, हमारे गांव में कई दिनों से पानी नहीं आ रहा है, जिसकी वजह से गांव के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
अफसर- देखो सरपंच साहब, मैं आपकी बात बिल्कुल नहीं मान सकता कि आपके गांव में पानी नहीं आ रहा है।
सरपंच- क्यों नहीं मान सकते?
अफसर- क्योंकि आपके गांव का दूध वाला मुझे रोज पानी मिला दूध देकर जाता है।
पुलिस इंस्पेक्टर- यह अजीब बात है कि तुमने बक्सा तो चुराया, पर पास ही में जो नोटों की गड्डियां रखी थीं, उनको हाथ तक नहीं लगाया?
चोर- भगवान के लिए इस बात का जिक्र मत कीजिए साहब! इस गलती के लिए मेरी पत्नी हफ्ते भर तक मुझसे लड़ती रही!!!
नेता- मैं सेल्फ-मेड आदमी हूं।
श्रोता- शुक्र है, भगवान बेचारा एक भयंकर जिम्मेदारी से बच गया।
जज (मुजरिम)- इस बात का तुम्हारे पास क्या सबूत है कि तुम गाड़ी स्पीड में नहीं चला रहे थे?
मुजरिम- सर मैं अपनी पत्नी को उसके मायके लेने जा रहा था।
आप समझ सकते हैं..
..और जज मुजरिम की बात मान गया।
चींटी ऑटो में बैठी और एक पैर बाहर रखा।
ऑटो ड्राइवर- मैडम पैर अंदर कर लो।
चींटी- नहीं, रास्ते में हाथी मिले तो लात मारनी है, कल साला आंख मार के गया था..