तो धक्का लगाऊं
एक आदमी खड़े-खड़े चाबी से अपना कान खुजा रहा था।
दूसरा व्यक्ति उसे गौर से देखते हुए बोला- भाई साहब, आप स्टार्ट नहीं हो रहे तो धक्का लगाऊं।
एक आदमी खड़े-खड़े चाबी से अपना कान खुजा रहा था।
दूसरा व्यक्ति उसे गौर से देखते हुए बोला- भाई साहब, आप स्टार्ट नहीं हो रहे तो धक्का लगाऊं।
बहन की विदाई के समय उसके छोटे भाई ने पापा से पूछा- पापा, दीदी रो रही है पर जीजाजी तो नहीं रो रहे ?
पापा- बेटा, दीदी तो सिर्फ गेट तक रोएगी, लेकिन जीजाजी तो जिंदगी भर रोएंगे।
मीता- आज कल लड़कों का कोई एतबार नहीं, मैं तो अब उसका मुंह भी नहीं देखूंगी।
रीता- क्यों क्या हुआ, तुमने उसे किसी और लड़की के साथ देख लिया?
मीता- नहीं उसने मुझे किसी और लड़के के साथ देख लिया है, जब कि वो कल बोल रहा था कि वो शहर से बाहर गया हुआ है।
औरंगजेब- सेनापति बताओ कि हम शिवाजी को क्यों नहीं ढूंढ पा रहे हैं??
सेनापति- क्योंकि महाराज हम मुगल है गूगल नहीं।
रमेश- यार, मैं तुम्हारा फोन जब भी ट्राई करता हूं, वहां से हमेशा एक ही जवाब आता है, द फोन नंबर यू आर ट्राइंग इज स्विच्ड ऑफ।
राजेश- अरे यार, यह तो मेरी कॉलर टयून है।
बाप ने बेटे की तलाशी ली, सिगरेट, बियर और लड़कियों के नंबर निकले। बाप ने बहुत मारा, पूछा कब से चल रहा है ये सब।
बेटा- पापा ये जैकेट तो आपकी है।