अक्ल की जरूरत है
चिन्टू (मामा से)- मुझे 200 रु. दे दो।
मामा (चिन्टू से)- अरे! तुझे रु. की नहीं अक्ल की जरूरत है।
चिन्टू- मगर मैं आपसे वही चीज तो मागूंगा, जो आपके पास हैं।
चिन्टू (मामा से)- मुझे 200 रु. दे दो।
मामा (चिन्टू से)- अरे! तुझे रु. की नहीं अक्ल की जरूरत है।
चिन्टू- मगर मैं आपसे वही चीज तो मागूंगा, जो आपके पास हैं।
भिखारी (मुकेश से)- बाबूजी, गरीब को खाने के लिए एक रोटी मिल जाएगी?
मुकेश (भिखारी से)- अभी मेरी पत्नी घर पर नहीं है।
भिखारी- मैंने रोटी मांगी है, आपकी पत्नी नहीं।
रवि (दीपक से)- मेरे चाचा जी इतने उदार थे कि मरते वक्त अपनी सारी संपत्ति अनाथ आश्रम को दान कर गए।
दीपक (रवि से)- संपत्ति में क्या था ?
रवि- दो बेटियां और एक बेटा।
राकेश (वेटर से)- ईमानदारी और नम्रता श्रेष्ठ गुण है। यह बोर्ड लगाने का क्या फायदा? तुम्हारा मैनेजर तो बड़ा धूर्त और मुंहफट हैं।
वेटर- साहब! यह बोर्ड ग्राहकों के लिए हैं।
एक उम्रदराज विधवा और विधुर में पिछले पांच वर्षो से बड़ी गहरी दोस्ती थी। पुरुष ने आखिरकार महिला के आगे शादी का प्रस्ताव रख दिया।
महिला ने फौरन हां कह दिया।
अगली सुबह जब वह जागा तो उसे ठीक से याद नहीं आया कि मेरे शादी के प्रस्ताव के बारे में महिला ने क्या जवाब दिया था। हां या ना। काफी देर तक कोशिश करने के बाद भी जब याद नहीं आया तो उसने महिला को फोन लगाया और पूछा कि कल मेरे शादी के प्रस्ताव पर तुमने क्या जवाब दिया था, हां या ना।
लाली (चंपा से)- तुम बर्तन धोने के लिए क्या इस्तेमाल करती हो?
चंपा (लाली से)- मैं बहुत सी चीजे इस्तेमाल कर चुकी हूं, लेकिन पति से अच्छा किसी को नहीं पाया।