पति और उसकी चाय!
पति (पत्नी से)- क्यों न आज की चाय हम बाहर चलकर पिएं।
पत्नी (पति से)- क्यों? तुम्हें क्या लगता है कि मैं चाय बनाते-बनाते थक गई हूं।
पति- अरे नहीं, दरअसल मैं ही कप प्लेट धोते-धोते तंग आ गया हूं।
पति (पत्नी से)- क्यों न आज की चाय हम बाहर चलकर पिएं।
पत्नी (पति से)- क्यों? तुम्हें क्या लगता है कि मैं चाय बनाते-बनाते थक गई हूं।
पति- अरे नहीं, दरअसल मैं ही कप प्लेट धोते-धोते तंग आ गया हूं।
पत्नी (पति से): हाय! मेरे तो करम फूट गए, जो तुम्हारे पल्ले बंधी वर्ना मुझे तो एक से बढ़कर एक योग्य वर मिल रहे थे।
पति (दुखी होकर): हां वह सचमुच योग्य थे, जो तुम्हारे फंदे में फंसने से बच गए।
थप्पड़ मारने पर नाराज पत्नी को पति बोला- आदमी उसे मारता है जिसे वो प्यार करता है।
पत्नी ने पति को दो थप्पड़ मारे और कहा- आप क्या समझते हैं कि मैं आपसे प्यार नही करती।
पत्नी (गुस्से में)- आज तक तुमने अपनी जिंदगी में किया ही क्या हैं?
पति (गर्व से)- मैंने अपना जीवन खुद बनाया है।
पत्नी- लो, और मैं हूं कि अब तक ईश्वर को दोष दे रही थी।
पति (पत्नी से)- हम किसी बात पर सहमत नहीं हो सकते क्या ?
पत्नी (पति से)- हो सकते हैं। इसी बात पर कि हम दोनों किसी बात पर सहमत नहीं हो सकते।
एक दाह संस्कार में अजीब घटना देखी गई। स्त्री के शव के पीछे रोता हुआ पति, पीछे एक कुत्ता और उसके पीछे सैकड़ों आदमियों की लम्बी लाइन।
एक आदमी ने उत्सुकतावश रोते हुए आदमी से कहा, भाई क्या हुआ ये लोग इस तरह लाइन में क्यों चल रहे हैं?
पति- मेरी पत्नी का देहांत कुत्ते के काटने से हुआ। लोगों की लाइन एक बार कुत्ते को अपने-अपने घर ले जाने के लिए लगी है।