कंजूस पति हाथ को चाकू से काट रहा था
एक कंजूस पति हाथ को चाकू से काट रहा था।
पत्नी (पति से)- ये क्या कर रहे हो आप?
कंजूस पति - टेंशन न ले, डेटॉल की बोतल फूट गयी है, ऐसे ही बेकार जाएगी। तू भी आ जा तेरे भी उंगली काट देता हूं।
एक कंजूस पति हाथ को चाकू से काट रहा था।
पत्नी (पति से)- ये क्या कर रहे हो आप?
कंजूस पति - टेंशन न ले, डेटॉल की बोतल फूट गयी है, ऐसे ही बेकार जाएगी। तू भी आ जा तेरे भी उंगली काट देता हूं।
कवि अपनी बीवी को कविताएं सुनाने लगा तो वह बोली- तुम मुझे कविताएं सुनने के लिए मजबूर नहीं कर सकते..
क्यों, आखिर तुम मेरी पत्नी हो, तुम ही नहीं सुनोगी, तो फिर कौन सुनेगा? कवि बोला।
मैं स्त्री एवं पुरुषों के समान अधिकारों को पसंद करती हूं। इसलिए मैंने भी आज से कविता लिखना प्रारंभ कर दिया है। लीजिए, मेरी कविता सुनिए, कवि की बीवी कंधे उचकाती हुई बोली।
अरे छोड़ो, मैं तो ऐसे ही मजाक कर रहा था। चलो, कोई दूसरी बात करते हैं, कवि महोदय ने घबराते हुए कहा।
पति (पत्नी से)- हर सुबह जब मेरी आंख खुलती है तो मैं यही प्रार्थना करता हूं कि भगवान सबको तुम्हारे जैसी पत्नी दे!
पत्नी (पति से)- अच्छा!
पति- हां.. आखिर मैं अकेला ही दुखी क्यों रहूं?
वृद्ध पति-पत्नी अपनी शादी की पचासवीं वर्षगांठ मना रहे थे।
एक समाचार पत्रकार का रिपोर्टर उनसे इंटरव्यू लेने आया। मैंने सुना है भटनागर जी, कि केवल 1500 रुपये के मासिक वेतन पर आपने सात बेटों तथा चार बेटियों का पालन किया है।
श..श..श.. इतनी जोर से न बोलो। क्या तुम मेरी इस अवस्था में फजीहत कराना चाहते हो? मेरी पत्नी का तो सदा यह विचार रहा है कि मुझे केवल 1200 रुपये मासिक मिलता है।
पति और पत्नी मंदिर में गये।
पति ने पूछा- तुमने क्या मांगा?
पत्नी ने कहा- आप और मैं सात जनम तक साथ रहें।
पत्नी- और आपने क्या मांगा?
पति- ये हमारा सातवां जनम हो।
एक घर में चोर घुस गया, पति-पत्नी ने मिलकर चोर को पकड़ लिया।
पत्नी जो बहुत ही मोटी थी, चोर के कंधो पर बैठ गई और बोली- सुनोजी आप जल्दी से पुलिस को बुला लाओ, तब तक मैं इसे पकड़ कर रखती हूं पति इधर-उधर देखने लगा।
बीवी- अरे क्या देख रहे हो?
पति- मेरी चप्पल नहीं मिल रही...
चोर (कराहते हुए) - जल्दी कर भाई, मेरी ही पहन जा!