बेटी ध्यान रखना कि यदि पति पहली बार रूठे तो रब रूठे,
दूसरी बार रूठे तो दिल टूटे,
तीसरी बार रूठे तो जग छूटे,
और अगर बार-बार ही रूठता ही रहे तो...
निकाल डंडा मार साले को, जब तक डंडा न टूटे...!
बेटी ध्यान रखना कि यदि पति पहली बार रूठे तो रब रूठे,
दूसरी बार रूठे तो दिल टूटे,
तीसरी बार रूठे तो जग छूटे,
और अगर बार-बार ही रूठता ही रहे तो...
निकाल डंडा मार साले को, जब तक डंडा न टूटे...!