भगवान हर एक के घर जाकर उसे प्यार नहीं कर
सकता
इसलिए 'मां' बनाई...
इसी तरह हर एक के घर जाकर उसे सजा भी नहीं दे
सकता
इसलिए 'पत्नी' बनाई !!
भगवान हर एक के घर जाकर उसे प्यार नहीं कर
सकता
इसलिए 'मां' बनाई...
इसी तरह हर एक के घर जाकर उसे सजा भी नहीं दे
सकता
इसलिए 'पत्नी' बनाई !!