अजय (जेबकतरे को)- तुम्हें शर्म नहीं आती, मेरी जेब काटते हो?
जेबकतरा (अजय से)- शर्म तो आपको आनी चाहिए जेब में एक पैसा भी नहीं रखते।
{widget:social-share-button}
अजय (जेबकतरे को)- तुम्हें शर्म नहीं आती, मेरी जेब काटते हो?
जेबकतरा (अजय से)- शर्म तो आपको आनी चाहिए जेब में एक पैसा भी नहीं रखते।
{widget:social-share-button}