शेरसिंह (कारीगर से)- क्या राय साहब के घर के दरवाजे की घंटी ठीक कर आए?

कारीगर (शेरसिंह से)- कैसे करता? मैं काफी देर तक घंटी बजाता रहा, पर किसी ने दरवाजा ही नहीं खोला।

{widget:social-share-button}


Add comment