दूल्हा सुहागरात पर अपनी दुल्हन को प्यार से समझा रहा था।
दूल्हा- सबसे प्यार से रहना, सबका सम्मान करना चाहिए, उनका ध्यान रखना चाहिए, सच बोलना चाहिए।
दुल्हन फटाफट उठी और कमरे का दरवाजा खोल कर चिल्लाकर बोली- सब अंदर आ जाओ, यहां सत्संग हो रहा है।
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