धर्म-पिता - मतलब असली पिता नहीं.
धर्म-माता - मतलब असली माता नहीं.
धर्म-पुत्र - मतलब असली पुत्र नहीं.
धर्म-भाई - मतलब असली भाई नहीं.
धर्म-बहिन - मतलब असली बहिन नहीं.
लेकिन
ये जबर्दस्त गलती कैसे हुई?
धर्म-पत्नी - मतलब असली पत्नी.

पता करो शास्त्रों में कहां गलती हुई?

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