पटाखे जला रहे थे.. अभी एक पटाखे में चिंगारी लगाई
ही थी की सामने से एक
आंटी आती दिखी ..
सब चिल्लाने लगे ...
आंटी पटाखा है ....
.
आंटी पटाखा है ..
आंटी पटाखा है ...
आंटी मुस्कराई और बोली :
"नही रे पगलो, अब
पहले जैसी बात कहाँ..
{widget:social-share-button}