एक मनोचिकित्सक जब अपने क्लीनिक पहुंचा तो उसने वहां दो मरीजों को पाया। एक छत से उल्टा लटका हुआ था जबकि दूसरा ऐसा अभिनय कर रहा था कि जैसे वह कुल्हाड़ी से लकडि़यां काट रहा हो।

डॉक्टर ने अभिनय करने वाले से पूछा - यह आदमी उल्टा क्यों लटका हुआ है ?

उसने हंसते हुए बताया - वह बेवकूफ समझता है कि वह बल्ब है।

डॉक्टर बोला- तुम उसे फौरन नीचे उतारो।

आदमी- उसे नीचे उतार दूं तो फिर मैं क्या अंधेरे में लकडि़यां काटूंगा..?

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