संता (बंता से)- ओए बंते, तू दरवाजे पर इतनी हड़बड़ी में पेंट क्यों पोत रहा है?
बंता (संता से)- वो क्या है न कि पेंट कम है और मुझे डर है कि कहीं खत्म न हो जाए।
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संता (बंता से)- ओए बंते, तू दरवाजे पर इतनी हड़बड़ी में पेंट क्यों पोत रहा है?
बंता (संता से)- वो क्या है न कि पेंट कम है और मुझे डर है कि कहीं खत्म न हो जाए।
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