आलसी संता और बंता कमरे में लेटे हुए थे।
तभी बंता, संता से बोला- यार, जरा बाहर जाकर तो देख, बारिश हो रही है क्या?
संता- हां, बारिश हो रही है।
बंता- बिना बाहर देखे तुझे कैसे पता?
संता-अभी-अभी कांता बाई भीगी हुई अंदर आई थीं। मतलब बारिश हो रही है।
फिर बंता बोला- अच्छा, जरा बत्ती तो बुझा दे यार। रोशनी में नींद नहीं आती।
संता- आंखें बंद कर ले, अपने आप अंधेरा हो जाएगा।
बंता फिर गुस्से से बोला-कम से कम दरवाजा तो बंद कर दे!
संता- अब दो काम मैंने कर दिए, एक-आध तू खुद भी कर ले।
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