संता के ऊपर बिजली का तार गिर गया।

वो बेचारा तड़प-तड़प के मरने ही वाला था कि उसे याद आया कि दो दिन से बिजली गुल है।

संता उठा और कपड़े झाड़ते हुए बोला, 'साला, फालतू में ही डरा दिया।'

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