एक दिन चित्रगुप्त ने ब्रह्माजी से
प्रार्थना की प्रभु, ये 'करवा चौथ के व्रत से सात जन्म तक एक ही पति' मिलने वाली योजना बंद कर दी जाए !
ब्रह्माजी -क्यों?
चित्रगुप्त-प्रभु, मैनेज करना कठिन
होता जा रहा है 'औरत सातों जन्म
वही पति मांगती हैं लेकिन पुरुष हर बार दूसरी औरत मांगता है' बहुत दिक्कत हो रही है समझाने में!
ब्रह्माजी-लेकिन यह स्कीम आदिकाल से चली आ रही है इसे बंद नहीं किया जा सकता !
तभी नारद मुनि आ गए. उन्होंने सुझाव दिया कि पृथ्वी पर श्री संता सिंह नाम के एक महान विचारक रहते हैं. उनसे जाकर सलाह ली जाये।
चित्रगुप्त श्री संता सिंह के पास गए,
संता सिंह ने एक पल में समस्या का समाधान कर दिया।
जो भी औरत सातों जनम वही पति डिमांड करे उसे दे दो।
लेकिन शर्त ये लगा दो कि यदि पति वही चाहिए तो सास भी वही मिलेगी !!!
'डिमांड बंद .'
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