संता (बंता से)-यार बंता मुझे चश्मा दिला दो मुझे दूर का दिखाई नहीं देता।

बंता (संता से)- बाहर चलो, वह क्या है?

संता- सूरज, अब और कितना दूर दिखेगा।

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