आपका जन्म कहाँ हुआ सोच समझ के बोले
शिक्षक (चिंटू से)- तुम्हारा जन्म कहां हुआ था?
चिंटू (शिक्षक से)- तिरुअनंतपुरम में।
शिक्षक- तो इसकी स्पेलिंग बताओ?
चिंटू- बहुत सोचने के बाद, मेरे ख्याल से मेरा जन्म गोवा में हुआ था।
शिक्षक (चिंटू से)- तुम्हारा जन्म कहां हुआ था?
चिंटू (शिक्षक से)- तिरुअनंतपुरम में।
शिक्षक- तो इसकी स्पेलिंग बताओ?
चिंटू- बहुत सोचने के बाद, मेरे ख्याल से मेरा जन्म गोवा में हुआ था।
शिक्षक (विद्यार्थियों से)- यह किताब किसकी है?
मोनू (शिक्षक से)- सर, कागज की।
शिक्षक(झुंझलाते हुए)- यह तो मुझे भी पता है।
मोनू- सर, फिर पूछ क्यों रहे हैं?
सोनू (मोनू से)- तुम्हारी छतरी में तो छेद है।
मोनू (सोनू से)- हां पता है और इसे मैंने ही किया है।
सोनू- लेकिन क्यों?
मोनू- अरे यार जब बारिश बंद होती है तो पता चल जाता है।
सोनू (मोनू से)- ये इतने सारे लोग एक ही फुटबॉल को क्यों मार रहे हैं?
मोनू (सोनू से)- गोल करने के लिए।
सोनू- पर ये फुटबॉल तो पहले से ही गोल है।
बेटा (पिता से)- पिताजी मुझे ढोल खरीद दीजिए ना!
पिता (बेटा से)- नहीं बेटे, तुम ढोल बजाकर मुझे तंग किया करोगे।
बेटा (पिता से)- नहीं पिता जी, मैं तो तब बजाऊंगा जब आप सो जाया करेंगे।
टीचर (छात्र से)-तुम स्कूल क्यो आते हो?
छात्र (टीचर से)-विद्या के लिए सर!
टीचर (छात्र से)-फिर तुम क्लास में सो क्यों रहे हो?
छात्र (टीचर से)-आज विद्या नहीं आई है इसलिए सर!