रोज नए कपड़े पहनकर आ रहे हो
राजेश (रमेश से)-क्या बात है, आजकल तुम रोज नए कपड़े पहनकर आ रहे हो।
रमेश-दरअसल, मेरे पापा ने ड्राईक्लीन की दुकान खोल ली है।
In the life of a common man, things are never serious. Starting from birth until the common man dies, everything remains so so common that you can make fun of almost everything. Some of such jokes can be found here.
राजेश (रमेश से)-क्या बात है, आजकल तुम रोज नए कपड़े पहनकर आ रहे हो।
रमेश-दरअसल, मेरे पापा ने ड्राईक्लीन की दुकान खोल ली है।
सुनीता- मैंने फैसला कर लिया है कि जब तक 25 वर्ष की नहीं हो जाऊंगी, शादी नहीं करूंगी।
कविता- और मैंने फैसला कर लिया है कि जब तक शादी न कर लूं, 25 वर्ष की होऊंगी ही नहीं।
पिता- बेटे, तुम्हारे दादाजी ने शादी की और पछताए। मैंने शादी की और पछता रहा हूं। अब तुम क्या करोगे ?
पुत्र- और कर ही क्या सकता हूं। वंश-परम्परा निभाऊंगा। शादी करूंगा और फिर पछताऊंगा।
एक शराबी ने एक दिन कुछ ज्यादा ही पी ली। लडखड़ाते कदमों से किसी तरह घर के दरवाजे तक पहुंचा और जेब से चाबी निकालकर ताला खोलने की कोशिश करने लगा।
नशा ज्यादा होने की वजह से वह चाबी को ताले में डाल ही नहीं पा रहा था। चाबी कभी इधर हो जाती कभी उधर। उसे परेशान होते देख पास ही खड़े एक व्यक्ति ने उसकी मदद करनी चाही।
पास आकर बोला - लाओ चाबी, ताला मैं खोल देता हूं।
शराबी बोला - नहीं, नहीं, ताला तो मैं खोल लूंगा। तुम तो बस जरा दरवाजे को पकड़कर रखो।
प्रेमिका (प्रेमी से)- जब तुम्हें मेरी याद आती है, तुम क्या करते हो?
प्रेमी (प्रेमिका से)- तुम्हारी फेवरिट आइसक्रीम खा लेता हूं और तुम?
प्रेमिका- गोल्ड फ्लेक पी लेती हूं.. !!!
दो व्यक्ति रेलवे की टिकट खिड़की पर लाइन में लगे थे। उनके पास ही एक नौजवान खड़ा हुआ था।
पीछे वाले व्यक्ति ने आगे वाले से कहा - आजकल के नौजवानों को न जाने क्या हो गया है। जरा देखिए इस लड़के को, कितने भद्दे ढंग के कपड़े पहने हैं इसने.. ।
आगे वाले ने जवाब दिया- माफ कीजिये पर ये लड़का नहीं मेरी बेटी है।
-ओह, आई एम सॉरी। अच्छा तो आप इसके पिता हैं ?
-जी नहीं, मैं इसकी मां हूं..।