कौन सा परिंदा
टीचर-तुम परिंदों के बारे में सब जानते हो संता-हां टीचर-अच्छा ये बताओ कौन सा परिंदा उड़ नहीं सकता??? संता-मरा हुआ परिंदा.
All jokes on the interplay of doctors and patients.
टीचर-तुम परिंदों के बारे में सब जानते हो संता-हां टीचर-अच्छा ये बताओ कौन सा परिंदा उड़ नहीं सकता??? संता-मरा हुआ परिंदा.
डॉक्टर (मरीज से)- आप डरिये मत, मैं हूं ना।
मरीज (डॉक्टर से)- वही मेरा सबसे बड़ा डर है डॉक्टर।
एक डॉक्टर साहब एक पार्टी में गए।
अपने बीच शहर के एक प्रतिष्ठित डॉक्टर को पाकर लोगों ने उन्हें घेर लिया।
किसी को जुकाम था तो किसी के पेट में गैस, इसीलिए सभी मुफ्त की राय लेने के चक्कर में डॉक्टर के पास पहुंच गए।
शिष्टाचारवश डॉक्टर साहब किसी को मना नहीं कर पा रहे थे।
उसी पार्टी में शहर के एक नामी वकील भी आए हुए थे, मौका मिलते ही डॉक्टर साहब वकील साहब के पास पहुंचे और उन्हें एक ओर ले जाकर बोले, यार! मैं तो परेशान हो गया हूं, सभी फ्री में इलाज कराने के चक्कर में हैं, तुम्हें भी ऐसे लोग मिलते हैं क्या?
वकील- बहुत मिलते हैं।
डॉक्टर- तो फिर उनसे कैसे निपटते हो?
वकील- बिलकुल सीधा तरीका है, मैं उन्हें सलाह देता हूं जैसा कि वो चाहते हैं, बाद में उनके घर बिल भिजवा देता हूं।
यह बात डॉक्टर साहब को कुछ जम गई, अगले रोज उन्होंने भी पार्टी में मिले कुछ लोगों के नाम बिल बनाए और उन्हें भिजवाने ही वाले थे कि तभी उनका नौकर अन्दर आया और बोला, साहब, कोई आपसे मिलना चाहता है।
डॉक्टर- कौन है?
नौकर- वकील साहब का चपरासी है, कहता है कल रात पार्टी में आपने वकील साहब से जो राय ली थी उसका बिल लाया है।
डॉक्टर (रोगी से) - तुम्हें क्या बीमारी है?
रोगी (डॉक्टर से) - मुझे खाने के बाद भूख नहीं लगती।
डॉक्टर- इस दुनिया में डॉक्टरों के दुश्मन बहुत कम हैं।
रोगी- मगर उस दुनिया में बहुत हैं।
एक आदमी मनोचिकित्सक के पास गया। बोला -डॉक्टर साहब मैं बहुत परेशान हूं। जब भी मैं बिस्तर पर लेटता हूं, मुझे लगता है कि बिस्तर के नीचे कोई है। जब मैं बिस्तर के नीचे देखने जाता हूं तो लगता है कि बिस्तर के ऊपर कोई है। नीचे, ऊपर, नीचे, ऊपर यही करता रहता हूं। सो नहीं पाता। कृपा कर मेरा इलाज कीजिये नहीं तो मैं पागल हो जाऊंगा।
डॉक्टर- तुम्हारा इलाज लगभग दो साल तक चलेगा। तुम्हें सप्ताह में तीन बार आना पड़ेगा। अगर तुमने मेरा इलाज मेरे बताये अनुसार लिया तो तुम बिलकुल ठीक हो जाओगे।
मरीज- पर डॉक्टर साहब, आपकी फीस कितनी होगी?
डॉक्टर- सौ रूपये प्रति मुलाकात.. मरीज गरीब आदमी था। बेचारा फिर आने को कहकर चला गया।
लगभग छ: महीने बाद वही आदमी डॉक्टर को सड़क पर घूमते हुये मिला।
डॉक्टर- क्यों भाई, तुम फिर अपना इलाज कराने क्यों नहीं आये? मनोचिकित्सक ने पूछा।
मरीज- सौ रूपये प्रति मुलाकात में इलाज करवाऊं इतने पैसे मेरे पास नही थे? मेरे पड़ोसी ने मेरा इलाज सिर्फ बीस रूपये में कर दिया आदमी ने जवाब दिया।
अच्छा! वो कैसे?
दरअसल वह एक बढ़ई है। उसने मेरे पलंग के चारों पाए सिर्फ पांच रूपये प्रति पाए के हिसाब से काट दिये।