बेटा बाल कटवा लिया करो!
मां- बेटा तुम अपने बाल क्यों नहीं कटवाते?
बेटा- क्यों मां?
मां- बेटा लोग रिश्ते के लिए तुम्हारी बहन को देखने आते हैं और पसंद तुम्हें कर जाते हैं।
मां- बेटा तुम अपने बाल क्यों नहीं कटवाते?
बेटा- क्यों मां?
मां- बेटा लोग रिश्ते के लिए तुम्हारी बहन को देखने आते हैं और पसंद तुम्हें कर जाते हैं।
अध्यापिका (चिंटू से)- तुम में कुछ कमियां है।
चिंटू अगले दिन कोट पैंट पहनकर आता है।
अध्यापिका- ये क्या है?
चिंटू- रेमण्ड, द कम्पलीट मैन..
मां- मैं तो तंग हो गई हूं तुमसे। एक के बाद एक गलतियां करते रहते हो। कब सुधरोगे?
बेटा- सुधरने के लिए क्या करना होगा मां?
मां- मम्मी-पापा और टीचर की हर बात माननी होगी।
अगले दिन जब मां कमरे में आई तो बेटे पर नजर पड़ते ही गुस्से से चिल्ला उठी।
मां (डांटते हुए)- किताब के पन्ने क्यों खा रहे हो?
बेटा (मासूमियत से)- सुधरने के लिए मां। तुम्हीं ने तो कहा था सुधरने के लिए टीचर की बात माननी होगी। मैडम ने कहा है, खाते-पीते-सोते बस किताबों में ही लगे रहो। वही तो कर रहा हूं।
पिता (पुत्र से)- बेटा दो बिस्तर क्यों लगाये हैं?
पुत्र (पिता से)- घर पर दो मेहमान आने वाले हैं।
पिता- कौन?
पुत्र- मम्मी का भाई और मेरा मामा।
पिता- फिर एक बिस्तर और लगा मेरा साला भी आ रहा है।
छात्र (अध्यापक से)- सब लोग हिंदी-इंग्लिश में बोलते हैं, गणित में क्यों नहीं बोलते?
अध्यापक (छात्र से)- ज्यादा 3-5 ना कर 9-2- 11 हो ले, नहीं तो 4-5 धर दूंगा तो 6 का 36 दिखने लगेगा।
पुत्र (पिता से)- ये हथियार क्या होता है?
पिता (पुत्र से)- बेटा हथियार वो होता है जिससे हम लड़ते हैं।
पुत्र- इसका मतलब मम्मी हथियार है...